मुंबई, 17 जुलाई
वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज ने गुरुवार को बताया कि जून तिमाही (वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही) में उसका शुद्ध लाभ क्रमिक आधार पर 8.51 प्रतिशत घटकर 86.3 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछली तिमाही (वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही) में कंपनी का शुद्ध लाभ 94 करोड़ रुपये था।
हालांकि, स्टॉक एक्सचेंज में दी गई जानकारी के अनुसार, परिचालन से प्राप्त राजस्व समीक्षाधीन तिमाही में 603 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में यह 476.5 करोड़ रुपये था। इसमें 26.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
साल-दर-साल (YoY) आधार पर, वारी समूह की सौर ईपीसी शाखा ने 86 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) में दर्ज 28 करोड़ रुपये से 207 प्रतिशत अधिक है।
इसी प्रकार, परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के 236.35 करोड़ रुपये से 155 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 491.44 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 199.84 करोड़ रुपये की तुलना में 145.96 प्रतिशत और वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के 356.25 करोड़ रुपये की तुलना में 37.94 प्रतिशत की वृद्धि है।
वारी रिन्यूएबल, जो सौर ऊर्जा समाधानों पर केंद्रित है, अपना अधिकांश राजस्व ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) अनुबंधों से अर्जित करता है।
अकेले ईपीसी कारोबार से राजस्व पहली तिमाही में बढ़कर 594.3 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले यह 228 करोड़ रुपये था।
इसके बिजली बिक्री कारोबार में भी वृद्धि हुई, जिससे तिमाही में 9 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जबकि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में यह 2.3 करोड़ रुपये था।