नई दिल्ली, 12 अगस्त
मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू विद्युत ट्रांसफार्मर उद्योग की बिक्री अगले वित्त वर्ष तक 40,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर जाएगी, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 33,000 करोड़ रुपये की बिक्री की तुलना में अनुमानित 10-11 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ेगी।
क्रिसिल रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "बिक्री में वृद्धि से निर्माताओं का क्षमता उपयोग 80 प्रतिशत से भी अधिक हो जाएगा, जिससे कार्यशील पूंजी की आवश्यकता और पूंजीगत व्यय में वृद्धि होगी, जिसे बढ़ते कर्ज के माध्यम से वित्तपोषित किया जाएगा।"
रिपोर्ट के अनुसार, यह विकास बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए पारेषण और वितरण (टीएंडडी) बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश के आधार पर होगा।
अधिक कर्ज के बावजूद, बेहतर नकदी प्रवाह और मजबूत बैलेंस शीट के कारण क्रेडिट प्रोफाइल स्थिर रहेगा।
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक राहुल गुहा ने कहा, "विद्युत पारेषण और वितरण बुनियादी ढाँचे में महत्वपूर्ण निवेश से इस और अगले वित्त वर्ष में ट्रांसफार्मर क्षेत्र के लिए 70-75,000 करोड़ रुपये का संचयी राजस्व अवसर पैदा हो रहा है।"
गुहा ने आगे कहा कि इसके परिणामस्वरूप मज़बूत माँग से ऑर्डरों में एक साल से ज़्यादा की बिक्री के बराबर वृद्धि होगी, जो अभी नौ महीने की बिक्री है, जिससे बिक्री की संभावना बढ़ेगी।