नई दिल्ली, 14 अगस्त
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला और उन पर बूथ कैप्चरिंग, मतदाताओं को डराने-धमकाने और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के ज़रिए दशकों से चुनावों में 'हेरफेर' करने का आरोप लगाया।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, शेखावत ने आरोप लगाया कि "धोखाधड़ी और छल की यह विरासत" पार्टी के इतिहास में गहराई तक समाई हुई है।
1952 के पहले आम चुनावों का हवाला देते हुए, शेखावत ने दावा किया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में मतपेटियों से छेड़छाड़ की गई थी, जिसमें उनमें नाइट्रिक एसिड डालने की घटनाएं भी शामिल थीं और उस समय के अखबारों में इसकी खबरें छपी थीं।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पंडित नेहरू ने रामपुर के ज़िला कलेक्टर पर दबाव डालकर एक प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के वोट मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को दिलवा दिए, जिससे उनकी जीत सुनिश्चित हो गई।
शेखावत ने कांग्रेस और कम्युनिस्ट नेताओं पर 1952 में डॉ. बी.आर. अंबेडकर को हराने के लिए मिलीभगत करने का भी आरोप लगाया।