नई दिल्ली, 20 सितंबर
केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि हाल ही में किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार भारत की कराधान प्रणाली को युवाओं की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम हैं।
युवाओं द्वारा संचालित एमएसएमई और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चमड़ा, जूते, कपड़ा, हस्तशिल्प और खिलौनों पर जीएसटी घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इस बीच, शिक्षा की लागत कम करने के लिए पेंसिल, रबड़ और अभ्यास पुस्तिकाओं जैसी आवश्यक शिक्षण सामग्री को जीएसटी-मुक्त कर दिया गया है।
युवाओं की उच्च भागीदारी वाले क्षेत्रों—जैसे शिक्षा, ऑटोमोबाइल, प्रौद्योगिकी, हस्तशिल्प, जूते, स्वास्थ्य सेवा, खाद्य प्रसंस्करण और कपड़ा—को लागत कम करने, प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए प्राथमिकता दी गई है।
परिवारों और व्यवसायों पर वित्तीय बोझ कम करने के अलावा, ये सुधार समावेशी विकास, स्थिरता और अगली पीढ़ी के सशक्तिकरण के भारत के दृष्टिकोण को भी मजबूत करते हैं।