न्यूयॉर्क, 25 सितंबर
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि उनका देश परमाणु हथियार नहीं चाहता।
उन्होंने बुधवार (स्थानीय समय) को महासभा की आम बहस में कहा, "मैं इस सभा के समक्ष एक बार फिर घोषणा करता हूँ कि ईरान ने कभी परमाणु बम बनाने की कोशिश नहीं की और न ही कभी करेगा।" उन्होंने आगे कहा, "हम परमाणु हथियार नहीं चाहते। यह हमारा विश्वास है जो सर्वोच्च नेता और धार्मिक अधिकारियों द्वारा जारी किए गए आदेश पर आधारित है। इसलिए, हमने कभी सामूहिक विनाश के हथियारों की मांग नहीं की, न ही हम कभी करेंगे।"
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पेजेशकियन ने कहा कि 2015 के ईरान परमाणु समझौते के पक्षकार ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे तीन यूरोपीय देशों द्वारा ईरान के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को बहाल करने के प्रयास नाजायज हैं।
ई3 के नाम से जाने जाने वाले तीनों देशों ने दावा किया कि उन्होंने 28 अगस्त को तेहरान के "गैर-निष्पादन" के बारे में सुरक्षा परिषद को सूचित करके ईरान परमाणु समझौते में प्रदान की गई स्नैपबैक प्रणाली को क्रियान्वित किया, जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है।