नई दिल्ली, 2 अक्टूबर
वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रत्यक्ष रूप से देखा है कि पार्किंसंस रोग मानव मस्तिष्क के ऊतकों में कैसे 'ट्रिगर' होता है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन, यूके के शोधकर्ताओं ने ASA-PD (पार्किंसंस रोग के लिए समुच्चयों की उन्नत संवेदन) नामक एक नई विकसित तकनीक का उपयोग करके, मानव मस्तिष्क के ऊतकों में अल्फा-सिन्यूक्लिन ओलिगोमर्स नामक प्रोटीन समूहों को देखा, गिन और तुलना की।
ओलिगोमर्स को लंबे समय से पार्किंसंस रोग के संभावित कारण माना जाता रहा है, लेकिन अब तक, ये छोटे समूह - केवल कुछ नैनोमीटर लंबे - मानव मस्तिष्क के ऊतकों में प्रत्यक्ष रूप से पता लगाने से बच गए थे।
अति-संवेदनशील प्रतिदीप्ति सूक्ष्मदर्शी के साथ ASA-PD का उपयोग करके, टीम पहली बार, मृत्यु के बाद मस्तिष्क के ऊतकों में लाखों ओलिगोमर्स का पता लगा और उनका विश्लेषण कर सकी।