नई दिल्ली, 3 अक्टूबर
मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि निवेशक भारत के विकास चक्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव को कम आंक रहे हैं, क्योंकि आय और बाजार के शिखर अभी बाकी हैं।
इसी विश्वास को दर्शाते हुए, वैश्विक ब्रोकरेज फर्म ने अपनी पोर्टफोलियो रणनीति में बदलाव किया है और रक्षात्मक और निर्यात-आधारित क्षेत्रों की बजाय घरेलू चक्रीय क्षेत्रों को तरजीह दी है।
अपने 'विकास की ओर अग्रसर' थीम के तहत, मॉर्गन स्टेनली ने वित्तीय, उपभोक्ता विवेकाधीन और औद्योगिक क्षेत्रों पर अधिक सकारात्मक रुख अपनाया है, जबकि ऊर्जा, सामग्री, उपयोगिताओं और स्वास्थ्य सेवा पर कम सकारात्मक रुख अपनाया है।
अंतर्राष्ट्रीय ब्रोकरेज कंपनी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि 2024 की दूसरी छमाही में वैश्विक मंदी और उच्च मूल्यांकन से उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियाँ अब कम हो रही हैं, जिससे भारत के लिए बेहतर तुलनात्मक प्रदर्शन का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।