नई दिल्ली, 14 अक्टूबर
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को भारत के निर्यात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए दंडात्मक टैरिफ के बावजूद, 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया।
2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में, भारत ने कम से कम एक साल में सबसे तेज़ गति से विकास किया और मज़बूत निजी खपत के दम पर 7.8 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर दर्ज की।
सरकार द्वारा व्यापक जीएसटी सुधारों को लागू करने और उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं पर कर दरों में कमी के साथ, घरेलू मांग में और तेज़ी आने की उम्मीद है। इससे अमेरिकी टैरिफ वृद्धि के कारण भारतीय वस्तुओं की बाहरी मांग पर पड़े नकारात्मक प्रभाव की भरपाई होने की उम्मीद है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी राहत की सांस लेना जल्दबाजी होगी, क्योंकि "वैश्विक लचीलेपन का अभी पूरी तरह से परीक्षण नहीं हुआ है। और चिंताजनक संकेत हैं कि परीक्षण हो सकता है।"