नई दिल्ली, 30 अक्टूबर
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के डेटा के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग पिछले साल के मुकाबले 16 प्रतिशत गिरकर 209.4 टन रह गई। इसकी वजह कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी थी, जिससे वैल्यू में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
वैल्यू के मामले में, ज्वेलरी पर खर्च लगभग 1.14 लाख करोड़ रुपये पर स्थिर रहा, जबकि सोने में निवेश की मांग 74 प्रतिशत बढ़कर 88,970 करोड़ रुपये हो गई।
उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि सोने की कीमतें कम समय में 1,18,000 रुपये से 1,24,500 रुपये के बीच उतार-चढ़ाव वाली रहेंगी।
एनालिस्ट्स का अनुमान है कि धनतेरस और दिवाली के अच्छे सीज़न के बाद दिसंबर तिमाही में ज्वेलरी की मांग में रिकवरी होने की उम्मीद है, क्योंकि फुटफॉल में लगभग 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।