नई दिल्ली, 4 नवंबर
एक टॉप सरकारी अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि हाइड्रोजन की कीमतें उम्मीद से ज़्यादा तेज़ी से कम हो रही हैं, ऐसे में भारत अगले पांच से दस सालों में हाइड्रोजन को नेचुरल गैस के एक अच्छे विकल्प के तौर पर देख सकता है। यह रास्ता हमारे डीकार्बनाइज़ेशन और ग्लोबल कॉम्पिटिटिवनेस के लक्ष्यों के लिए बहुत ज़रूरी होगा।
उन्होंने बताया कि स्टील इंडस्ट्री में इन्वेस्टमेंट के लिए बड़े मौके हैं, जो डिफेंस, स्पेस, ऑटोमोटिव और पावर जैसे सेक्टरों की बढ़ती ज़रूरतों से प्रेरित हैं – ये सभी तेज़ी से बढ़ रहे हैं और हाई-ग्रेड स्टील प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सरकार क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर (QCOs) के ज़रिए एक लेवल प्लेइंग फील्ड बना रही है ताकि यह पक्का किया जा सके कि घरेलू और विदेशी, दोनों तरह के प्रोड्यूसर एक ही क्वालिटी स्टैंडर्ड को पूरा करें।