अगरतला, 12 अप्रैल
रक्षा सूत्रों ने बताया कि असम राइफल्स ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के साथ संयुक्त अभियान में शनिवार को 60,000 अत्यधिक नशीली मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद कीं, जिनकी कीमत 6 करोड़ रुपये से अधिक है।
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि असम राइफल्स ने पश्चिमी त्रिपुरा के खोवाई जिले के तेलियामुरा में एक वैगनआर को रोका और छह पैकेटों में रखी मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद कीं, जिन्हें याबा या पार्टी टैबलेट भी कहा जाता है।
अभियान के दौरान दिलबर हुसैन और मोहम्मद जुबेर अहमद नाम के दो नशीली दवाओं के तस्करों को पकड़ा गया।
हुसैन हैलाकांडी का निवासी है और मोहम्मद जुबेर अहमद दक्षिणी असम के करीमगंज का निवासी है।
पकड़े गए व्यक्तियों और बरामद नशीली दवाओं को आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए डीआरआई को सौंप दिया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि यह अभियान असम राइफल्स द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों को दर्शाता है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी म्यांमार से की जाती थी और मिजोरम तथा दक्षिणी असम के माध्यम से ये प्रतिबंधित पदार्थ पड़ोसी बांग्लादेश में तस्करी के लिए त्रिपुरा लाए जाते थे।
म्यांमार का चिन राज्य मिजोरम के छह जिलों - चंपई, सियाहा, लॉन्ग्टलाई, हनाहथियाल, सैतुअल और सेरछिप के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी का केंद्र है।
चंपई विभिन्न मादक पदार्थों, विदेशी सिगरेट, सुपारी, हथियार और गोला-बारूद तथा विदेशी जानवरों और उनके अंगों की तस्करी का केंद्र है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हाल ही में कहा कि उनकी सरकार ने 'ड्रग्स के खिलाफ युद्ध' अभियान चलाया है और ड्रग्स के खतरे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस ने पिछले तीन वर्षों में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, 1985 के तहत 52 मामले दर्ज किए हैं और 70 लोगों को दोषी ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि मेथामफेटामाइन टैबलेट, फेंसेडिल कफ सिरप और हेरोइन सहित विभिन्न प्रकार की ड्रग्स मिजोरम और असम के रास्ते म्यांमार से त्रिपुरा में आ रही हैं, जबकि गांजा राज्य से बाहर जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि गांजा (मारिजुआना) राज्य में अवैध रूप से उगाया जाता है और राज्य में इसका सेवन नहीं किया जाता है, और त्रिपुरा से बिहार सहित अन्य राज्यों में तस्करी की जाती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और गृह विभाग दोनों रखने वाले सीएम साहा ने कहा कि पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अवैध ड्रग्स व्यापार और विभिन्न अन्य ड्रग खतरों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का निर्देश दिया गया है। मिजोरम की म्यांमार और बांग्लादेश के साथ क्रमशः 510 किमी और 318 किमी लम्बी बिना बाड़ वाली सीमा है, जबकि त्रिपुरा की बांग्लादेश के साथ 856 किमी लम्बी सीमा है।