नई दिल्ली, 6 मई
सौर ऊर्जा से चलने वाले कृषि जल पंप सिस्टम में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी जीके एनर्जी लिमिटेड पिछले महीने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) शुरू करने की तैयारी कर रही है।
हालांकि, सार्वजनिक निर्गम से पहले, कंपनी के वित्तीय आंकड़े बताते हैं कि वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष 25) की पहली छमाही में परिचालन घाटे और व्यय में वृद्धि हुई है।
इसके ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार, 30 सितंबर, 2024 को समाप्त छह महीनों के लिए जीके एनर्जी का कुल व्यय दोगुना से अधिक बढ़कर 352.93 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 168.17 करोड़ रुपये था।
लागत में इस तीव्र वृद्धि ने कंपनी के परिचालन पर भारी असर डाला, परिचालन गतिविधियों में इस्तेमाल की गई नकदी 30 सितंबर, 2024 को समाप्त छह महीनों के लिए लगभग 1,084 प्रतिशत घटकर 119.11 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 10.06 करोड़ रुपये थी।
हालांकि, 30 सितंबर, 2024 को समाप्त छह महीनों के लिए परिचालन से जीके एनर्जी का राजस्व बढ़कर 421.90 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 175.98 करोड़ रुपये से लगभग 140 प्रतिशत अधिक है।
कुल आय भी 176.43 करोड़ रुपये से बढ़कर 423.63 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी ने अपने डीआरएचपी में कहा कि शुद्ध लाभ 6.1 करोड़ रुपये से बढ़कर 51.08 करोड़ रुपये हो गया।