चेन्नई, 7 मई
ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर की पहचान और उपचार में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग 12 जिलों में संगठित कैंसर जांच कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है।
इस पहल का उद्देश्य शीघ्र निदान और समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप है, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत लागू किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पायलट परियोजना तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, वेल्लोर, कोयंबटूर, तिरुप्पुर, धर्मपुरी, तंजावुर, तिरुवरुर, थेनी, मदुरै, तिरुचि और करूर जिलों में शुरू की जाएगी और इसे 9 मई को शुरू किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा, "कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य कैंसर का जल्द से जल्द निदान करना और प्रभावित व्यक्तियों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करना है।"
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जिला-स्तरीय प्रशिक्षण सत्र पहले ही आयोजित किए जा चुके हैं, जिन्हें जमीनी स्तर पर तैनात किया जाएगा।
इस पहल के पीछे के तर्क को समझाते हुए अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कैंसर का निदान और उपचार सरकारी और निजी अस्पतालों तक ही सीमित है, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों की पहुंच कम हो जाती है।