नई दिल्ली, 8 मई
एक नए अध्ययन के अनुसार, बचपन में सब्जियों, फलियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार खाने से लड़कियों में मासिक धर्म की शुरुआत में देरी हो सकती है।
ह्यूमन रिप्रोडक्शन नामक पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्षों में लड़कियों के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) या ऊंचाई से कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो दोनों ही मासिक धर्म की शुरुआत से जुड़े हैं।
अध्ययन का बाद के जीवन में स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह सर्वविदित है कि जिन महिलाओं को कम उम्र में मासिक धर्म शुरू हो जाता है, उनमें मधुमेह, मोटापा, स्तन कैंसर और हृदय और रक्त वाहिकाओं की बीमारियों का खतरा अधिक हो सकता है।
अमेरिका के सिएटल में फ्रेड हचिंसन कैंसर सेंटर में एसोसिएट प्रोफेसर होली हैरिस ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे निष्कर्ष सभी बच्चों और किशोरों के लिए स्वस्थ भोजन विकल्पों तक पहुंच की आवश्यकता और साक्ष्य-आधारित दिशानिर्देशों के आधार पर स्कूल-आधारित नाश्ते और दोपहर के भोजन के महत्व को उजागर करते हैं।" ये निष्कर्ष 9 से 14 वर्ष की आयु के 7,500 से अधिक बच्चों के एक बड़े, संभावित अध्ययन से आए हैं।
शोधकर्ताओं ने लड़कियों के आहार का मूल्यांकन दो स्थापित आहार पैटर्न के आधार पर किया: वैकल्पिक स्वस्थ भोजन सूचकांक (AHEI), और अनुभवजन्य आहार भड़काऊ पैटर्न (EDIP)।
AHEI सब्जियों, फलियों और साबुत अनाज सहित स्वस्थ खाद्य पदार्थों के लिए अधिक अंक प्रदान करता है, जबकि लाल और प्रसंस्कृत मांस, ट्रांस वसा और नमक जैसे अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों को कम अंक दिए जाते हैं।
EDIP आहार को इस तरह से स्कोर करता है जो शरीर में सूजन पैदा करने की उनकी समग्र क्षमता को दर्शाता है।