नई दिल्ली, 16 मई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शुक्रवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 305 के साथ "बहुत खराब" श्रेणी में पहुँच गई, जबकि वजीरपुर और मुंडका में स्तर क्रमशः 422 और 419 पर पहुँच गया।
यह गिरावट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में मानसून से पहले धूल भरी हवाओं और बिगड़ते वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण आई है।
CPCB के आंकड़ों के अनुसार, NCR के कई शहरों में दिल्ली जैसी खराब वायु गुणवत्ता रही। गुरुग्राम में 294, फरीदाबाद में 288, गाजियाबाद में 283, ग्रेटर नोएडा में 256 और नोएडा में 289 AQI दर्ज किया गया, जो सभी "खराब" से "बहुत खराब" श्रेणी में आते हैं।
दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का खतरनाक स्तर दर्ज किया गया। सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके वज़ीरपुर और मुंडका रहे, जहाँ AQI का स्तर क्रमशः 422 और 419 तक पहुँच गया, जो “गंभीर” श्रेणी में पहुँच गया। राष्ट्रीय राजधानी के कुल 21 इलाकों में AQI रीडिंग 300 से 400 के बीच देखी गई, जिससे व्यापक वायु गुणवत्ता संकट का संकेत मिलता है।
आनंद विहार (362), डीटीयू (365), द्वारका सेक्टर 8 (388), जहाँगीरपुरी (353), सिरी फ़ोर्ट (355) और अशोक विहार (328) जैसे प्रमुख स्थान गंभीर रूप से उच्च प्रदूषण स्तर दर्ज करने वालों में से थे।