कोलकाता, 22 मई
फर्जी पासपोर्ट और हवाला रैकेट में कथित संलिप्तता के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा इस साल की शुरुआत में कोलकाता में गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी नागरिक आजाद मलिक ने शुरुआत में अपनी मृतक हिंदू पत्नी स्वर्गीय सुचंद्रा बिस्वास के पैतृक पते का इस्तेमाल करके भारतीय पहचान दस्तावेज हासिल किए।
जांच से परिचित सूत्रों ने खुलासा किया कि आजाद ने जाली दस्तावेज हासिल करने के लिए उत्तर 24 परगना के नैहाटी में अपनी पत्नी के पारिवारिक घर के पते का इस्तेमाल किया।
बाद में, उसने उन दस्तावेजों में पता बदलकर कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में एक निवास स्थान बता दिया, जहां उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया।
माना जाता है कि उस स्थान से आजाद ने अपने फर्जी पासपोर्ट और हवाला रैकेट दोनों को संचालित किया।
मूल रूप से आजाद हुसैन नाम का एक पाकिस्तानी नागरिक, उसने पहले अहमद हुसैन आजाद नाम अपनाकर फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके बांग्लादेशी नागरिकता हासिल की। बाद में उसने आजाद मलिक नाम से भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए इसी तरह के तरीकों का इस्तेमाल किया।
उनकी पत्नी सुचंद्रा बिस्वास की 2022 में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। उनका जला हुआ शव उनके आवास से बरामद किया गया था, और जांचकर्ताओं को गड़बड़ी का संदेह है, उनका मानना है कि उन्होंने अपने पति की अवैध गतिविधियों के बारे में संवेदनशील विवरण खोज लिया होगा।