भोपाल, 23 मई
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि 23 मामलों का सामना कर रहे एक हिस्ट्रीशीटर का शव भोपाल से 25 किलोमीटर दूर बिलकिसगंज गांव में एक पुलिया पर मृत पाया गया।
मृतक की पहचान लालू अर्जुन यादव के रूप में हुई है।
हत्या की रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए पुलिस ने कहा कि आरोपी ने यादव को हत्या करने से पहले एक मीटिंग में बुलाया था।
आईएएनएस से बात करते हुए पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा, "यादव का आपराधिक रिकॉर्ड था और वह भोपाल से निर्वासित होने की प्रक्रिया में था।"
"यादव बदमाशों की सूची में शामिल था। माना जा रहा है कि हत्या प्रेम प्रसंग से जुड़ी है। उसका शव बिलकिसगंज के एक पुल से बरामद किया गया, जो कि पास का गांव है। मुख्य आरोपी शुभम और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है," मिश्रा ने कहा।
कुछ वीडियो फुटेज सामने आए हैं, जिसमें गुस्साए परिवार के सदस्यों को पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस करते हुए दिखाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार गुस्साए परिजनों ने कमला नगर थाने के बाहर सड़क जाम कर विरोध जताया। पुलिस पर तत्काल कार्रवाई न करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि कमला नगर थाने के प्रभारी निरपुआ पांडे ने आईएएनएस को विस्तृत जानकारी देने से परहेज किया और केवल इतना बताया कि हत्या 20 मई को हुई थी। पुलिस सूत्रों से पता चला है कि यादव का तीन-चार दिन पहले कमला नगर थाना क्षेत्र से अपहरण हुआ था। शुभम और उसके दो साथी लालू के लापता होने के दिन से ही लापता हैं। जांच के दौरान पुलिस को क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) फुटेज मिली, जिसमें तीन व्यक्ति एक बक्सा लेकर जाते दिखाई दिए। तलाशी के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। कमिश्नर मिश्रा ने पुष्टि की कि यादव के खिलाफ कमला नगर थाने में 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या का प्रयास, दंगा, आगजनी, वाहन में तोड़फोड़, बाधा डालने और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं।