नई दिल्ली/आइजोल, 27 मई
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में उग्रवादियों को अवैध हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी और आपूर्ति से संबंधित एक मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एनआईए के सूत्रों ने बताया कि तीनों आरोपियों की पहचान वनलालदैलोवा, लालमुआनपुइया और लालरिनचुंगा उर्फ अल्बर्ट के रूप में हुई है। ये सभी मिजोरम के रहने वाले हैं। मिजोरम म्यांमार और बांग्लादेश के साथ बिना बाड़ वाली सीमा साझा करता है।
इन तीनों को पिछले साल 6 दिसंबर को उनके घरों की तलाशी के दौरान हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री जब्त किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
एनआईए के एक बयान में कहा गया है, "जांच से पता चला है कि तीनों ने उग्रवादी समूहों को हथियार वितरित करके मणिपुर में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने और जातीय हिंसा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने यह जानते हुए भी धन जुटाया था कि आय का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियार खरीदने में किया जाएगा, जिससे सार्वजनिक व्यवस्था और राष्ट्रीय अखंडता को खतरा होगा।"
लाइसेंस प्राप्त हथियार और गोला-बारूद डीलर (मेसर्स इज़राइल आर्म्स एंड एम्युनिशन, सेरछिप) वनलालडेलोवा ने दो अन्य मिजोरम-आधारित सह-आरोपियों, लालंगईहावमा और लालमुआनावमा के साथ मिलकर सीमा पार और मणिपुर में आतंकवादी गतिविधियों में उपयोग के लिए अवैध रूप से हथियार खरीदने और आपूर्ति करने की साजिश रची थी।