नई दिल्ली, 29 मई
तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, भारत का खाद्यान्न उत्पादन 2024-25 में 354 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले साल (2023-24) के 332 मिलियन टन उत्पादन से 6.6 प्रतिशत अधिक है।
ये अनुमान गेहूं, चावल, मक्का, सोयाबीन, दालें और मूंगफली सहित सभी प्रमुख फसलों पर आधारित हैं।
आंकड़ों से पता चलता है कि चावल का उत्पादन 1490.74 लाख मीट्रिक टन (LMT) तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 112 LMT है। गेहूं उत्पादन अनुमान 1175.07 LMT है, जो पिछले साल की तुलना में 42.15 LMT अधिक है। मोटे अनाज, जिसमें ज्वार, बाजरा और रागी शामिल हैं, का उत्पादन 52.04 लाख मीट्रिक टन बढ़कर 621.40 लाख मीट्रिक टन हो गया।
आंकड़े यह भी बताते हैं कि कुल दाल उत्पादन 252.38 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल की तुलना में 9.92 लाख मीट्रिक टन अधिक है। मूंग का उत्पादन पिछले साल के 35.61 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले 38.19 लाख मीट्रिक टन पर पहुंच गया। तिलहन का अनुमानित उत्पादन 426.09 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच सकता है, जो पिछले साल की तुलना में 29.40 लाख मीट्रिक टन अधिक है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खाद्यान्नों के कुल उत्पादन में वृद्धि का रुझान दिख रहा है, लेकिन दलहन और तिलहन उत्पादन में वृद्धि को और तेज करने की जरूरत है।