नई दिल्ली, 2 जून
अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) द्वारा संकलित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का विमानन उद्योग तेजी से विस्तारित होकर यात्री यातायात के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन गया है।
भारत, नेपाल और भूटान के लिए आईएटीए के कंट्री डायरेक्टर अमिताभ खोसला ने कहा कि वैश्विक बाजार में भारत का तीसरा स्थान मजबूत एयरलाइंस, कनेक्टिविटी में वृद्धि और हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे में वृद्धि के कारण आया है।
उन्होंने विमानन उद्योग को देश में रोजगार, आर्थिक गतिविधि, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश का प्रमुख चालक बताया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का विमानन अब देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.5 प्रतिशत हिस्सा है और इसने देश भर में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 7.7 मिलियन नौकरियां पैदा की हैं।
खोसला ने कहा, "2023 में, उद्योग ने भारत की अर्थव्यवस्था में $53.6 बिलियन का योगदान दिया, जिससे देश में 7.7 मिलियन नौकरियाँ पैदा हुईं।"
विमानन द्वारा समर्थित पर्यटन, सकल घरेलू उत्पाद में 2,710 करोड़ रुपये का योगदान देता है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थानीय स्तर पर वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के माध्यम से अर्थव्यवस्था में सालाना 29.4 बिलियन डॉलर जोड़ते हैं। उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर यात्रा और पर्यटन क्षेत्र 2023 में देश के सकल घरेलू उत्पाद का 6.5 प्रतिशत और कुल रोजगार का 8.9 प्रतिशत हिस्सा होगा।"