नई दिल्ली, 5 जून
गुरुवार को जारी कंपनी के बयान के अनुसार, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने ग्रीन लॉजिस्टिक्स को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय रेलवे के जरिए रिकॉर्ड 5.18 लाख वाहन भेजे।
मारुति सुजुकी वर्तमान में रेलवे का उपयोग करके 20 से अधिक हब तक वाहन भेजती है, जहां से भारत भर के 600 से अधिक शहरों में सेवा दी जाती है। कंपनी द्वारा निर्यात के लिए उपयोग किए जाने वाले मुंद्रा और पिपावाव के बंदरगाह स्थानों पर भी रेलवे का उपयोग करके सेवा दी जाती है।
रेलवे का मुख्य लाभ यह है कि यह परिवहन का कम उत्सर्जन और ऊर्जा-कुशल तरीका प्रदान करता है। इसके अलावा, यह सड़क की भीड़भाड़ को कम करने में भी मदद करता है।
इस उपलब्धि पर मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा: "कार्बन उत्सर्जन को कम करना हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, हमारे उत्पादों और हमारे परिचालन दोनों में। मारुति सुजुकी 2013 में ऑटोमोबाइल-फ्रेट-ट्रेन-ऑपरेटर लाइसेंस प्राप्त करने वाली भारत की पहली कंपनी थी। तब से, हमने रेल मोड के माध्यम से लगभग 24 लाख वाहन भेजे हैं। वित्त वर्ष 2030-31 तक, हम रेलवे के माध्यम से वाहन प्रेषण का हिस्सा बढ़ाकर 35 प्रतिशत करने की योजना बना रहे हैं।"