चंडीगढ़, 10 जून
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु के बयान पर आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान अमन अरोड़ा ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने आम जनता से हमेशा दोयम दर्जे नागरिक वाला व्यवहार किया। उन्होंने कभी भी आमलोगों की इज्जत नहीं दी जिसके कारण आज उनका ये हाल हुआ है।
अरोड़ा ने कहा, "आशु बोल रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के मंत्रियों की नहीं चलती, लेकिन सवाल है कि आपने मंत्री रहते हुए कैसे शासन किया? मंत्री रहते हुए आपने एक महिला शिक्षा अधिकारी को गालियां दी। आप पुलिस अधिकारियों को खुलेआम धमकाते थे। आपके उपर सैकड़ों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगे। क्या आप हमसे भी ऐसी ही उम्मीद कर रहे हैं? तो हमारा जवाब स्पष्ट है कि हमारे मंत्री ऐसा नहीं करते और न ही ऐसा करना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि हमें लोगों ने ईमानदारी पूर्वक काम करने के लिए चुना है और हम शराफ़त से अपना काम कर रहे हैं। धमकी देना और गाली-गलौज करना हमारी पार्टी का कल्चर नहीं है और न ही ऐसा करने की किसी को इजाजत है। गलत ढंग से अपनी मर्जी चलाने से अच्छा है कि थोड़ा कम चलाया जाए, लेकिन जो करें वह ईमानदारी पूर्वक और विनम्रतापूर्वक करें। अरोड़ा ने कहा कि मुझे इस पर ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं है। आशु को लुधियाना वेस्ट की जनता 19 तारीख को बता देगी वे किस तरह क राजनीति पसंद करते हैं।
अरोड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब के साथ विश्वासघात किया। उसके नेताओं ने अपना हाईकमान के सामने अपना आत्मसम्मान बेचा। उन्होंने माफियाओं को संरक्षण दिया और हजारों करोड़ के घपले घोटाले किए। इनकी असली वफादारी दिल्ली और इटली के दरबारों में होती है। इनका नेता वहीं से आदेश लेता है, और पंजाब को उसके अनुसार झुकने को कहा जाता है। दिल्ली में बैठे इनका कांग्रेस अध्यक्ष खुद इटली के आदेश पर चलता है।
इनके मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में पाकिस्तानी नागरिक बिठाया और पंजाब के लोगों से उसे सलाम करवाया गया। अपने शासनकाल में इन लोगों ने न कोई रोजगार दिया, न कोई विकास के काम किए। इन्होंने सत्ता का इस्तेमाल नशा और रेत माफिया को बढ़ावा देने के लिए किया। आज भी कांग्रेस के कई माफियाओं को बचाने में लगे हैं। कांग्रेस नेताओं ने हमेशा पंजाब के अधिकारों को ताक पर रखकर अपने और अपने परिवार का भला किया। इन लोगों का आमलोगों से कोई लेना-देना नहीं, इनके लिए कुर्सी ही सबकुछ है।