नई दिल्ली, 11 जून
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने गोपनीय दस्तावेजों का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार ने अमेरिका के दबाव में 1995 में परमाणु परीक्षण करने की योजना को रद्द कर दिया था।
उन्होंने दावा किया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव द्वारा प्रारंभिक तैयारी के बावजूद अमेरिकी प्रतिक्रिया के डर ने निर्णय को प्रभावित किया।
दुबे ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "वापस जाकर इतिहास पढ़ें कि कैसे राहुल गांधी, जिन्हें मैं 'राहुल बाबा' कहता हूं, अमेरिका से डरते हैं।"
"1995 में, प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने परमाणु परीक्षण करने का फैसला किया था, लेकिन गोपनीय जानकारी - कथित तौर पर एक वरिष्ठ मंत्री या सरकारी अधिकारी द्वारा - संयुक्त राज्य अमेरिका को लीक कर दी गई थी।"
दुबे ने आगे दावा किया कि लीक के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति ने सीधे हस्तक्षेप किया, जिन्होंने कथित तौर पर भारतीय प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव से एक तत्काल रात्रिकालीन टेलीग्राम के माध्यम से मुलाकात का अनुरोध किया।
दुबे द्वारा साझा किए गए वर्गीकृत दस्तावेज़ के प्रासंगिक अंश में लिखा है, "प्रभारी डी’अफेयर्स को निर्देश दिया गया है कि वे राजदूत विस्नर के नई दिल्ली लौटने पर उनके लिए पीएमओ के प्रधान सचिव वर्मा के साथ एक बैठक की व्यवस्था करें।" दुबे के अनुसार, इस दबाव के कारण कांग्रेस सरकार ने आशंका के चलते परीक्षण को छोड़ दिया।