पटना, 17 जून
24 घंटे के भीतर दो अलग-अलग घटनाओं में बिहार में दो पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर रहस्यमय परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली, जिससे उनकी सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और कामकाजी परिस्थितियों को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
दोनों घटनाओं की अब उच्च स्तरीय जाँच चल रही है।
33 वर्षीय होमगार्ड जवान राजकुमार गोड़ ने सोमवार रात करीब 11:50 बजे सीवान जिले के आसाव थाना परिसर में खुद को गोली मार ली।
दरौली थाना अंतर्गत टिकुलिया गाँव के मूल निवासी राजकुमार घटना के समय ड्यूटी पर थे।
सूचना मिलने पर मैरवा सदर-2 की अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) गौरी कुमारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचीं।
मामले पर बात करते हुए थाना प्रभारी राजशेखर ने बताया, "अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी और राजकुमार जमीन पर गिर पड़ा। उसकी मौके पर ही मौत हो गई और उसके पास उसकी इंसास राइफल मिली। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उसने अपनी राइफल से खुद को गोली मार ली।" उन्होंने आगे कहा, "वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। जांच जारी है।" हालांकि सटीक कारण अभी भी अज्ञात है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट में परिवार से संबंधित तनाव या मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं की संभावना जताई गई है। हालांकि, अधिकारियों ने कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की है। सीवान एसपी ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इसी तरह की एक घटना में, भभुआ पुलिस लाइन (कैमूर जिला) में तैनात पुलिस जवान अमलेश कुमार सोमवार को अपने निजी बैरक के कमरे में मृत पाए गए। जमुई जिले के मूल निवासी, वह ड्यूटी से लौटे थे और बाद में उन्हें सिर में गोली लगने के कारण फर्श पर पड़े हुए पाया गया। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रामानंद मंडल ने बताया, "कोई आवाज नहीं आई। जब एक दोस्त ने दरवाजा खोलने की कोशिश की और कोई जवाब नहीं मिला, तो दरवाजा तोड़ा गया। वह फर्श पर पड़ा था। अभी तक कारण का पता नहीं चल पाया है।" अमलेश को पहले भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया और बाद में आगे के इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक (एसपी) हरि मोहन शुक्ला ने घटनास्थल का दौरा किया और कमरे को सील कर दिया। जांच में मदद के लिए जवान के बंद मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।