श्री फतेहगढ़ साहिब/20 जून :
(रविंदर सिंह ढींडसा)
देश भगत विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी और कंप्यूटिंग संकाय ने विनोवेशन टेक्नोलॉजी के सहयोग से आज " ऐ आई का लाभ: कल के औजार में महारत हासिल करना" शीर्षक से एक बेहद सफल कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य आधुनिक औजारों के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना, संकाय सदस्यों और छात्रों के बीच नवाचार और डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देना था। कार्यशाला में डॉ ज़ोरा सिंह, चांसलर, डॉ तजिंदर कौर प्रो-चांसलर, डॉ हर्ष सदावर्ती वाइस चांसलर, प्रो वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार, निदेशक, संकाय सदस्य और तकनीकी कर्मचारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से 200 से अधिक प्रतिभागियों ने सत्र में भाग लिया, जिससे यह वास्तव में प्रभावशाली और बड़े पैमाने का आयोजन बन गया। डॉ ज़ोरा सिंह, चांसलर ने पहल की सराहना की और विभाग को भविष्य में ऐसे और अधिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए निर्देशित किया, जिसमें AI साक्षरता और नवाचार-संचालित शिक्षा के महत्व पर जोर दिया गया। कुलपति डॉ. हर्ष सदावर्ती ने एक व्यावहारिक भाषण दिया, जिसमें न केवल शिक्षण और अकादमिक गतिविधियों में बल्कि गैर-शिक्षण और प्रशासनिक विभागों में दक्षता बढ़ाने में भी रोजमर्रा की जिंदगी में एआई की बढ़ती जरूरत और भूमिका पर प्रकाश डाला गया। उनकी टिप्पणियों ने दर्शकों को अपने दैनिक कार्य प्रक्रियाओं में एआई को अपनाने के लिए प्रेरित किया। विनोवेशन टेक्नोलॉजी के संसाधन व्यक्ति श्री शुभम जसरोटिया ने चैटजीपीटी, गूगल जेमिनी, कैनवा एआई, ग्रामरली जीओ और अन्य जैसे उपकरणों को कवर करते हुए एक आकर्षक सत्र आयोजित किया। दर्शकों को संचार, डिजाइन, कोडिंग, अकादमिक लेखन और डेटा संगठन जैसे क्षेत्रों में इन उपकरणों के व्यावहारिक उपयोग से परिचित कराया गया। इसके बाद एक व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र हुआ, जहाँ प्रतिभागियों ने उपकरणों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े और वास्तविक समय का अनुभव प्राप्त करने के लिए निर्देशित गतिविधियाँ कीं।