कोलकाता, 24 जून
पश्चिम बंगाल पुलिस ने मंगलवार को कहा कि नादिया जिले के कालीगंज में बम विस्फोट में 13 वर्षीय लड़की की मौत के मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि, राज्य सरकार ने अपने बयान में पीड़िता के परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों के आरोपों की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन किया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विजय जुलूस के दौरान फेंके गए बम के छर्रे लगने से उसकी मौत हो गई।
पार्टी ने सोमवार दोपहर को कालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में अपनी उम्मीदवार अलीफा अहमद की जीत के बाद विजय जुलूस निकाला था।
मंगलवार सुबह कृष्णानगर पुलिस जिले की ओर से जारी बयान में कहा गया, "कालीगंज थाना क्षेत्र के मोलंडी, बोरोचंदघर में हुए विस्फोट की घटना में, जिसमें एक नाबालिग लड़की की मौत हो गई थी, कल 4 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया- अदार स्क, मनोवर स्क, कालू स्क और अनवर स्क। कालीगंज पीएस केस संख्या 534/25 दिनांक 23.06.25 धारा 191(2)/191(3)/190/118(2)/109/305/103 बीएनएस और 3/4 ईएस एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया है। जांच और कानूनी कार्यवाही चल रही है।"
कालीगंज कृष्णानगर पुलिस जिले के अधिकार क्षेत्र में आता है। पीड़िता चौथी कक्षा की छात्रा तमन्ना खातून (13) थी। विजय जुलूस से फेंके गए बम के छर्रे लगने के बाद तमन्ना को गंभीर रूप से घायल अवस्था में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, उसे मृत घोषित कर दिया गया।