चंडीगढ़, 24 जून
शहर और देश के लिए एक गौरवपूर्ण और प्रेरणादायक क्षण में, डीएवी कॉलेज, सेक्टर 10, चंडीगढ़ की कैडेट पद्मा नामगेल ने मई 2025 में माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करके असाधारण उपलब्धि हासिल की है। डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ डीएवी प्रबंध समिति के सम्मानित सदस्यों, आदरणीय पूर्व प्रिंसिपल श्री आर.सी. जीवन और वरिष्ठ उपाध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति प्रीतमपाल के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता है, जिनका अटूट समर्थन, दूरदर्शी मार्गदर्शन और दृढ़ प्रतिबद्धता हमारे संस्थान के मार्ग को रोशन करती रहती है। उनका निरंतर प्रोत्साहन शक्ति के स्तंभ के रूप में खड़ा है, उत्कृष्टता को प्रेरित करता है और ज्ञान की महान खोज को पोषित करता है।
इस दुर्लभ और उल्लेखनीय उपलब्धि के सम्मान में, डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ ने एक सम्मान समारोह आयोजित किया, जिसमें सुबदार मेजर डॉ. एसएम करण सिंह ने कैडेट पद्मना नमगेल को उनकी असाधारण बहादुरी और प्रतिबद्धता के लिए सम्मानित किया। कैडेट नमगेल ने मई 2025 में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़कर विजय प्राप्त की। यह असाधारण उपलब्धि उनके अदम्य साहस और देशभक्ति के जोश का प्रमाण है।
कार्यवाहक प्राचार्य, डॉ मोना नारंग ने कैडेट पद्मा नमगेल के प्रयासों की सराहना की, जो एनसीसी आर्मी विंग के सदस्य होने के नाते, कुलीन पर्वतारोहियों की लीग में शामिल हुए और पृथ्वी पर सबसे ऊंची चोटी को चुनौती देने का साहस किया और जीत हासिल की। पद्मा की चढ़ाई एक ऐसी उपलब्धि है जो लचीलापन, साहस, अजेय मानवीय भावना, मानवीय सीमाओं को आगे बढ़ाने की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो राष्ट्रीय कैडेट कोर और जिस संस्थान का वह प्रतिनिधित्व करते हैं, उसकी भावना को दर्शाती है।
सम्मान समारोह में डॉ मोना नारंग, कार्यवाहक प्राचार्य, डॉ निखलेश ठाकुर एसोसिएट एनसीसी अधिकारी, रजिस्ट्रार, डॉ घनश्याम देव, डॉ अमनेंद्र मान, छात्र, शिक्षक और विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।
डीएवी कॉलेज से एवरेस्ट के शिखर तक कैडेट नमगेल की यात्रा भारत भर के युवाओं के लिए एक स्थायी प्रेरणा है, जो याद दिलाती है कि अनुशासन, साहस और दूरदर्शिता के साथ कोई भी शिखर अप्राप्य नहीं है।