कोच्चि, 25 जून
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा किए गए चौंकाने वाले खुलासे में पता चला है कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने केरल में 950 लोगों की हिट लिस्ट तैयार की थी।
मीडिया में बुधवार को सामने आई इस लिस्ट में अब रिटायर हो चुके एक जिला जज का भी नाम शामिल है।
संयोग से, यह लिस्ट इस महीने की शुरुआत में एनआईए ने यहां एक विशेष अदालत में तब पेश की थी, जब आरएसएस नेता श्रीनिवासन की हत्या के चार आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई थी। एनआईए ने जमानत का कड़ा विरोध किया। चारों आरोपियों की पहचान मुहम्मद बिलाल, रियासुधीन, अंसार के.पी. और साहिर के.वी. के रूप में हुई है, जिन्हें 2022 में केरल के पलक्कड़ में श्रीनिवासन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
एनआईए जांच दल द्वारा विभिन्न स्थानों से पुष्ट इनपुट मिलने के बाद 950 लोगों की सूची तैयार की गई थी। इसमें 51वें आरोपी सिराजुदीन से जब्त किए गए आठ दस्तावेज शामिल हैं, जिनमें दूसरे समुदायों के 240 लोगों की सूची है।
इसके बाद, अलुवा में पेरियार वैली कैंपस में की गई तलाशी के दौरान, एनआईए को 15वें आरोपी अब्दुल वहाद के पर्स से पांच लक्षित व्यक्तियों का विवरण प्राप्त करने में सफलता मिली, जो वर्तमान में फरार है।
इसी सूची में एक पूर्व जिला न्यायाधीश का नाम पाया गया।
एक अन्य दस्तावेज, जो बाद में सरकारी गवाह बन गया, से जब्त किया गया, जिसमें 232 लोगों के नामों वाली हिट लिस्ट थी।
इसी तरह, 69वें आरोपी अयूब के घर की तलाशी में लगभग 500 लोगों के नामों वाली हिट लिस्ट मिली।