नई दिल्ली, 25 जून
एक नई रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी-मार्च अवधि (Q1) में भारतीय पीसी (टैबलेट को छोड़कर) शिपमेंट 13 प्रतिशत (साल-दर-साल) बढ़कर 3.3 मिलियन यूनिट पर पहुंच गया।
कैनालिस (अब ओमडिया का हिस्सा) की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह वृद्धि नोटबुक शिपमेंट में 21 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई, जो 2.4 मिलियन यूनिट पर पहुंच गई।
नोटबुक भारत के डिजिटल त्वरण की आधारशिला बनी हुई है, जो उपभोक्ताओं और व्यवसायों दोनों के लिए हाइब्रिड कार्यशैली और उत्पादकता आवश्यकताओं के बढ़ने से प्रेरित है।
दूसरी ओर, भारतीय टैबलेट शिपमेंट में 24 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वार्षिक गिरावट आई है, जो 1.0 मिलियन यूनिट पर आ गई है। कुल पीसी बाजार में 2025 में 6 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है, जो 15 मिलियन यूनिट को पार कर जाएगा, जबकि टैबलेट शिपमेंट में 8 प्रतिशत की कमी आने की उम्मीद है।
2026 में वृद्धि में तेजी आने की उम्मीद है, जो रिफ्रेश साइकिल स्पिलओवर और एआई रेडीनेस मैंडेट्स द्वारा संचालित है। कैनालिस के वरिष्ठ विश्लेषक अश्वीज ऐथल ने कहा, "टियर-टू और टियर-थ्री शहर भारत के पीसी उद्योग के लिए अगले बड़े विकास इंजन के रूप में तेजी से उभर रहे हैं - अब केवल परिधीय बाजार नहीं बल्कि इसके भविष्य के लिए मुख्य हैं।" जैसे-जैसे डिजिटल जागरूकता बढ़ती जा रही है और शिक्षा, ब्रॉडबैंड और ई-सेवाओं तक पहुंच बढ़ रही है, इन शहरों में उपभोक्ता उत्पादकता, सीखने और मनोरंजन के लिए पीसी की ओर रुख कर रहे हैं।