चंडीगढ़, 25 जून
अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारुचक ने कहा कि आज नशे से पीड़ित हजारों परिवारों में न्याय की एक उम्मीद जगी है।
कटारूचक ने कहा कि आप सरकार ने पंजाब से नशे को जड़ से खत्म करने के लिए 'युद्ध नशयां विरुद्ध' अभियान चलाया है। हम हर हाल में नशा और नशा तस्करों को खत्म कर के रहेंगे। नशा फैलाने वाले लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे कितने भी बड़े व्यक्ति या राजनेता हों।
कटारूचक ने इस मुद्दे पर आप प्रवक्ता नील गर्ग और रंजीत पाल सिंह के साथ पार्टी कार्यालय चंडीगढ़ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मजीठिया की गिरफ्तारी नशे के खिलाफ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री भगवंत मान की राजनीतिक इच्छाशक्ति को दर्शाती है। आज का दिन इतिहास में लिखा जाएगा। इतिहास में दर्ज होगा कि अकाली-भाजपा सरकार पंजाब में नशा लेकर आई, वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने नशे को जड़ से खत्म किया।
कटारूचक ने कहा कि 2007 से पहले पंजाब के लोग चिट्टा का नाम तक नहीं जानते थे। बादल सरकार के दौरान ही यह नशा पंजाब में आया और हजारों युवाओं को बर्बाद किया। चिट्टा ने हजारों मां-बाप से उनकी संतान छीन ली और हजारों बच्चों को अनाथ कर दिया।
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में यह नशा इसलिए फैल सका क्योंकि अकाली-भाजपा सरकार के विधायकों और मंत्रियों ने नशा तस्करों को राजनीतिक संरक्षण दिया और उनके साथ मिलकर इस कारोबार को आगे बढ़ाया।
कटारुचक ने कहा कि बिक्रम मजीठिया इस कारोबार के सरगना थे। उन्होंने ही बड़े बड़े तस्करों को बचाया और अपने राजनीतिक फायदे के लिए उनके साथ समझौता किया। इसकी पुष्टि रिटायर्ड डीएसपी जगदीश भोला ने की जब उसने कहा था कि इन्हीं लोगों की मदद के कारण हम नशे को एक जगह से दूसरी जगह पर सफलतापूर्वक पहुंचा पाते हैं। इसलिए मजीठिया की गिरफ्तारी नशे के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसी भी कीमत पर नशा और अपराध के साथ समझौता नहीं कर सकती। हमारा मकसद स्पष्ट है कि पंजाब को पूरी तरह नशामुक्त कर राज्य को पहले की तरह खुशहाल और संपन्न बनाना और इस लक्ष्य को पाने के हम प्रतिबद्धता पूर्वक काम कर रहे हैं।