नई दिल्ली, 3 जुलाई
गुरुवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आधार संख्या धारकों ने जून 2025 में 229.33 करोड़ प्रमाणीकरण लेन-देन किए, जो इस साल के पिछले महीने और पिछले वित्तीय वर्ष के इसी महीने से अधिक है, जो आधार के व्यापक उपयोग और उपयोगिता तथा देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास को दर्शाता है।
इसके साथ ही, आधार की शुरुआत से अब तक ऐसे लेन-देन की संचयी संख्या 15,452 करोड़ से अधिक हो गई है। आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जून 2025 के प्रमाणीकरण लेन-देन जून 2024 में दर्ज किए गए ऐसे लेन-देन से लगभग 7.8 प्रतिशत अधिक हैं।
बढ़ते लेन-देन से पता चलता है कि कैसे आधार-आधारित प्रमाणीकरण प्रभावी कल्याण वितरण के लिए एक सुविधाकर्ता की भूमिका निभा रहा है, और सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं का स्वेच्छा से लाभ उठा रहा है। बयान में कहा गया है कि यह लाखों लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए उत्प्रेरक है।
AI/ML-आधारित आधार फेस ऑथेंटिकेशन समाधान UIDAI द्वारा इन-हाउस विकसित किए गए थे और इनमें लगातार वृद्धि देखी गई है। जून 2025 में, रिकॉर्ड संख्या में 15.87 करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल इसी महीने में 4.61 करोड़ ऐसे लेनदेन हुए थे।
बयान में कहा गया है कि अब तक लगभग 175 करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन निष्पादित किए जा चुके हैं, जो इस प्रमाणीकरण पद्धति के बढ़ते उपयोग और आधार संख्या धारकों को इससे होने वाले लाभ को दर्शाता है।
यह AI-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन पद्धति Android और iOS दोनों प्लेटफ़ॉर्म पर काम करती है। यह उपयोगकर्ताओं को केवल एक फेस स्कैन के साथ अपनी पहचान सत्यापित करने में सक्षम बनाता है, जो कड़े सुरक्षा मानकों को बनाए रखते हुए सुविधा सुनिश्चित करता है।
सरकारी मंत्रालयों और विभागों, वित्तीय संस्थानों, तेल विपणन कंपनियों, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं सहित 100 से अधिक संस्थाएँ लाभ और सेवाओं के सुचारू वितरण के लिए फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर रही हैं।
इसी तरह, जून में 39.47 करोड़ से अधिक ई-केवाईसी लेनदेन किए गए। बयान में कहा गया है कि आधार ई-केवाईसी सेवा बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और कारोबार को आसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।