मुंबई, 4 जुलाई
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन आईटी और बैंकिंग शेयरों में हुई खरीदारी के कारण बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। इस दौरान भारत-अमेरिका के बीच अंतरिम व्यापार समझौते पर बातचीत आगे बढ़ी।
दिन के निचले स्तर 83,015 को छूने के बाद सेंसेक्स 83,432.89 पर बंद हुआ, जो पिछले सत्र के 83,239.47 के मुकाबले 193.42 अंक या 0.23 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह निफ्टी 0.22 प्रतिशत या 55.70 अंक बढ़कर 25,461 पर बंद हुआ।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "भारतीय बाजार में ठहराव का अनुभव हो रहा है, क्योंकि निवेशक मिश्रित वैश्विक संकेतों के साथ आसन्न अमेरिकी टैरिफ समयसीमा से पहले प्रतीक्षा और निगरानी की रणनीति अपना रहे हैं।" मिश्रित वैश्विक संकेतों और अमेरिकी टैरिफ की समयसीमा से पहले निवेशकों के सतर्क रुख के बीच दोनों बेंचमार्क सूचकांकों में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व और टीसीएस सकारात्मक दायरे में बंद हुए। जबकि सन फार्मा, आईटीसी, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति सुजुकी लाल निशान में बंद हुए।
इस बीच, निफ्टी इंडेक्स से 31 शेयर तेजी के साथ बंद हुए और 19 लाल निशान में बंद हुए।
निफ्टी आईटी (0.80), बैंक निफ्टी (0.42 प्रतिशत) और निफ्टी फिन सर्विस (0.49 प्रतिशत) व्यापक सूचकांकों में अच्छी बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सपाट बंद हुए।