भोपाल, 5 जुलाई
मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में लगातार दूसरे दिन भी भारी बारिश जारी रही, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए और सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
कई जगहों पर सड़कें और पुल या तो डूब गए या बह गए, जिससे लोगों का आवागमन बंद हो गया और वे फंस गए।
पिछले 30 घंटों से हो रही लगातार बारिश से डिंडोरी, बालाघाट, जबलपुर, मंडला, रीवा और सागर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन इलाकों में नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे संकट और बढ़ गया है।
मंडला में शुक्रवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर भूस्खलन हुआ और जिले को जबलपुर से जोड़ने वाला एक प्रमुख पुल बह गया, जिससे संपर्क और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रयासों पर असर पड़ा।
टीकमगढ़ में आदिवासी लड़कियों के छात्रावास में बाढ़ का पानी घुसने से दहशत फैल गई। सौभाग्य से, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों ने तेजी से बचाव कार्य किया और सभी छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया।
बिगड़ते मौसम को देखते हुए और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, डिंडोरी और मंडला में जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 8 जुलाई तक पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी दी गई है।
इस बीच, ग्वालियर-चंबल, सागर, भोपाल और इंदौर सहित कम से कम 20 जिलों के लिए अगले 24 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।