नई दिल्ली, 16 जुलाई
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के निदेशक मंडल ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) में घरेलू निवेशकों को बॉन्ड जारी करके 20,000 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी।
एक नियामकीय फाइलिंग में, भारत के सबसे बड़े ऋणदाता ने पुष्टि की कि उसके केंद्रीय बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष के दौरान "बेसल III-अनुपालक अतिरिक्त टियर 1 और टियर 2 बॉन्ड" के ज़रिए 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने को मंज़ूरी दे दी है। ये बॉन्ड घरेलू निवेशकों को भारतीय रुपये में जारी किए जाएँगे, जहाँ आवश्यक हो, सरकारी मंज़ूरी के अधीन।
इस कदम का उद्देश्य देश के सबसे बड़े बैंक के पूंजी आधार को मज़बूत करना है।
इस फंडरेज़र की घोषणा के बाद, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर एसबीआई के शेयर 2 प्रतिशत से ज़्यादा बढ़कर 834 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुँच गए।
इस साल मई की शुरुआत में, एसबीआई के बोर्ड ने वित्त वर्ष 26 के दौरान 25,000 करोड़ रुपये तक की इक्विटी पूंजी जुटाने को मंजूरी दे दी थी। यह पूंजी एक या एक से अधिक किस्तों में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी), फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) या अन्य स्वीकार्य तरीकों से जुटाई जाएगी।
इसका उद्देश्य एसबीआई के कॉमन इक्विटी टियर 1 (सीईटी1) पूंजी अनुपात को बढ़ावा देना है - जिससे बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।