मुंबई, 17 जुलाई
पहली तिमाही के नतीजों के बीच आईटी और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली और व्यापार सौदों की चिंताओं के कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार नकारात्मक दायरे में बंद हुआ।
सेंसेक्स पिछले दिन के 82,634.48 के मुकाबले 375.24 अंक या 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,259.24 पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला सूचकांक 82,753.53 पर थोड़ी बढ़त के साथ खुला, लेकिन आईटी और टीसीएस, इंफोसिस तथा एचडीएफसी बैंक जैसे बैंकिंग दिग्गजों में बिकवाली के बीच नकारात्मक दायरे में आ गया। सूचकांक 82,219.27 के निचले स्तर पर पहुँच गया।
निफ्टी 100.60 अंक या 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,111.45 पर बंद हुआ।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "पहली तिमाही के नतीजों की धीमी घोषणाओं, खासकर प्रौद्योगिकी और बैंकिंग क्षेत्रों में, के बीच निवेशकों द्वारा सतर्कता बरतने के कारण भारतीय शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।"
लार्ज-कैप शेयरों के ऊंचे मूल्यांकन और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी के कारण बाजार प्रतिभागी अलग-थलग रहे। हालांकि, उन्होंने कहा कि कोई भी सकारात्मक घटनाक्रम बाजार की धारणा को और मजबूत कर सकता है।
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, इंफोसिस, इटरनल, टीसीएस, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व और एचडीएफसी सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर रहे। जबकि टाटा स्टील, ट्रेंट, टाटा मोटर्स और टाइटन के शेयर सकारात्मक दायरे में बंद हुए।
इस बीच, निफ्टी 50 में 19 शेयरों में तेजी और 31 में गिरावट दर्ज की गई।