नई दिल्ली, 17 जुलाई
एनएचआरसी ने पिछले महीने पानीपत में एक खड़ी ट्रेन के खाली डिब्बे में एक महिला के साथ कथित तौर पर हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में रेल मंत्रालय और हरियाणा पुलिस से दो हफ़्ते के भीतर रिपोर्ट मांगी है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
24 जून की घटना पर एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लेते हुए, आयोग ने कहा कि अगर रिपोर्ट की सामग्री सही है, तो यह मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने कहा कि राज्य के अधिकारियों और रेल मंत्रालय द्वारा दायर की जाने वाली रिपोर्ट में पीड़िता के स्वास्थ्य की स्थिति और उसे दिए गए मुआवज़े (यदि कोई हो) का विवरण शामिल होना चाहिए।
पानीपत शहर में एक खड़ी ट्रेन के खाली डिब्बे में महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया और बाद में सोनीपत के पास अपराधियों ने उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, जहाँ एक ट्रेन उसके पैर के ऊपर से गुज़र गई।
पुलिस ने 26 जून की रात सोनीपत में हिंदू कॉलेज के पास रेलवे ट्रैक पर उसे पाया था, जिसके बाद से उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि जाँच जारी है और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
8 जुलाई को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला के पति ने 26 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि 24 जून को हुए झगड़े के बाद से उसकी पत्नी लापता है।
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने कथित तौर पर तलाशी अभियान चलाया और उसे रेलवे ट्रैक पर पाया।
पीड़ित महिला ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि लगभग एक महीने पहले अपने तीन साल के बेटे की मौत के बाद से वह अवसाद से जूझ रही थी और 24 जून को अपने पति से झगड़े के बाद घर से निकल गई थी।
कथित तौर पर वह पानीपत रेलवे स्टेशन पर बैठी थी, तभी एक आदमी उसके पास आया और उसे एक खड़ी ट्रेन की खाली बोगी में ले गया, जहाँ उसके साथ बलात्कार किया गया।
बाद में, दो अन्य लोग भी शामिल हो गए और उसका यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद आरोपी उसे सोनीपत ले गए और रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, तभी ट्रेन उसके पैर के ऊपर से गुजर गई।