नई दिल्ली, 12 सितंबर
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित भारत की मुद्रास्फीति दर अगस्त में बढ़कर 2.07 प्रतिशत हो गई, हालाँकि महीने के दौरान खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट जारी रही, जिससे आम आदमी पर बोझ कम हुआ।
अगस्त में मुख्य मुद्रास्फीति इस साल जुलाई के 1.61 प्रतिशत से थोड़ी अधिक रही, जो जून 2017 के बाद से साल-दर-साल खुदरा मुद्रास्फीति का सबसे निचला स्तर था।
हालाँकि, मुद्रास्फीति दर RBI के 4 प्रतिशत के लक्ष्य के भीतर है, जिससे केंद्रीय बैंक विकास को बढ़ावा देने के लिए नरम मुद्रा नीति जारी रख सकता है।
अगस्त में खाद्य मुद्रास्फीति -0.69 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो लगातार तीसरे महीने नकारात्मक दायरे में रही। सब्जियों की कीमतों में 15.92 प्रतिशत की गिरावट और दालों के दाम 14.53 प्रतिशत तक सस्ते होने के कारण अगस्त में खाद्य मुद्रास्फीति -0.69 प्रतिशत रहने का अनुमान है। मसालों की कीमतों में भी इस दौरान 3.24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।