मैनचेस्टर, 25 जुलाई
ओल्ड ट्रैफर्ड में एक ऐतिहासिक पारी में, जो रूट ने क्रिकेट इतिहास में अपना नाम और भी गहरा कर लिया और टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। चौथे टेस्ट में भारत के खिलाफ उनकी नाबाद 121 रनों की पारी ने न केवल इंग्लैंड की पारी को संभाला, बल्कि उन्हें खेल के कुछ महानतम दिग्गजों से भी आगे निकलने का मौका दिया।
197/2 के स्कोर पर एक मज़बूत ओपनिंग साझेदारी के बाद, रूट ने तुरंत पारी को संभाला। दो दिनों तक चली उनकी सहज पारी ने धैर्य और उत्कृष्टता का परिचय दिया। जैसे ही उन्होंने भारतीय आक्रमण को पीछे छोड़ा, उन्होंने राहुल द्रविड़ (13,288 रन), जैक्स कैलिस (13,289) और अंततः रिकी पोंटिंग (13,378) को पीछे छोड़ दिया - सर्वकालिक रन बनाने वालों की सूची में पांचवें से दूसरे स्थान पर पहुँच गए।
रूट के शतक, जो टेस्ट क्रिकेट में उनका 38वाँ शतक है, ने उन्हें सर्वाधिक टेस्ट शतकों की सूची में कुमार संगकारा की बराबरी पर ला खड़ा किया। अब केवल पोंटिंग (41), कैलिस (45) और तेंदुलकर (51) ही उनसे आगे हैं।
मैनचेस्टर में खेली गई यह पारी उनके लिए व्यक्तिगत रूप से भी महत्वपूर्ण रही - रूट ने ओल्ड ट्रैफर्ड में 1,000 टेस्ट रन पूरे किए, जो उनके पूरे करियर में एक शानदार मैदान रहा है। उनकी संयमित बल्लेबाजी ने इंग्लैंड को चौथे टेस्ट पर नियंत्रण दिला दिया।
13,451* रनों के साथ, रूट अब सचिन तेंदुलकर के 15,921 रनों के विशाल रिकॉर्ड से केवल 2,470 रन पीछे हैं - जिसे कभी अछूता माना जाता था। 34 साल के और अभी भी शानदार फॉर्म में, रूट का उस शिखर तक पहुँचना अब असंभव नहीं लगता।