मुंबई, 7 अगस्त
अभिनेता अंकित सिवाच ने फरहान अख्तर की आगामी फिल्म "120 बहादुर" में अपनी भूमिका के बारे में खुलकर बात की और इसे एक सपना सच होने जैसा बताया।
उन्होंने बताया कि इस फिल्म का हिस्सा बनना एक लंबे समय से प्रतीक्षित उपलब्धि की तरह लगा, क्योंकि उन्होंने वर्षों से ऐसी भूमिका निभाने की कल्पना की थी। उन्होंने कहा कि यह अवसर सार्थक और बेहद निजी दोनों है। मेरठ छावनी में जन्मे और पले-बढ़े अंकित का सेना से एक निजी जुड़ाव है, क्योंकि उनके परिवार के कई सदस्य भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। एक कार्यक्रम में अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "वर्दी पहनना हमेशा से एक सपना था। मैं मेरठ कैंट में पैदा हुआ, उसी माहौल में पला-बढ़ा, और सेना से मेरा एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव था। यह भूमिका एक लंबे समय से चली आ रही उपलब्धि की तरह लगी।"
"शुक्रिया रज़ी सर, फरहान सर, रितेश सर, मुझ पर विश्वास करने के लिए शुक्रिया।"
अपने सफ़र पर विचार करते हुए, अंकित सिवाच ने बताया कि किशोरावस्था में फिल्म "लक्ष्य" ने उन पर कितना गहरा प्रभाव डाला था। "जब मैंने पहली बार "लक्ष्य" देखी थी, तब मैं ग्यारहवीं कक्षा में था। उस फिल्म ने मेरे सपने का बीज बोया था। आज, ऐसा लग रहा है कि वह सपना साकार हो रहा है, और वह भी बेहद सार्थक तरीके से।"