मुंबई, 19 अगस्त
मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय शेयर बाजार दीर्घकालिक वृद्धि के अनुकूल माहौल से लाभान्वित हो रहे हैं, लेकिन अल्पकालिक मूल्यांकन जोखिम भी झेल रहे हैं।
एनक्वायरस सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "घरेलू शेयर बाजार वित्त वर्ष 26 में चक्रीय प्रतिकूल परिस्थितियों के साथ प्रवेश कर रहा है, लेकिन इसके पीछे मजबूत संरचनात्मक कारक भी हैं।"
इक्विरस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मौलिक पटेल ने कहा, "हम ऑटो, पूंजी बाजार, सीमेंट, एफएमसीजी, इंफ्रा, इंटरनेट प्लेटफॉर्म, एनबीएफसी, तेल एवं गैस क्षेत्रों पर ओवरवेट हैं, जबकि निर्माण सामग्री, औद्योगिक एवं रक्षा, रियल एस्टेट, कपड़ा, लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों पर अंडरवेट हैं।"
ब्रोकरेज हाउस ने बैंक, रसायन, टिकाऊ उपभोक्ता सामान, ईएमएस, आईटी सेवाओं, धातु एवं खनन, स्वास्थ्य सेवा और खुदरा क्षेत्रों पर तटस्थ रुख बनाए रखा है।
ब्रोकरेज ने रिपोर्ट में स्मॉलकैप शेयरों के बारे में सावधानी बरतते हुए बताया है कि स्मॉलकैप शेयरों का अग्रिम पी/ई अनुपात 1.25 गुना है, जबकि दीर्घकालिक औसत 0.88 गुना (1.3 गुना के शिखर से थोड़ा नीचे) है। निफ्टी 50 अपने 10 साल के औसत से ऊपर कारोबार कर रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मिडकैप शेयरों में तेजी बनी हुई है, लेकिन स्मॉलकैप शेयरों की तुलना में इनमें कमाई की संभावना ज़्यादा है, जहाँ बहुविध विस्तार हावी है।