नई दिल्ली, 22 अगस्त
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने शुक्रवार को बताया कि "ऑपरेशन वीडआउट" नामक अखिल भारतीय स्तर पर चलाए गए अभियान में, छह आरोपियों को गिरफ्तार करके भारत में हाइड्रोपोनिक वीड की तस्करी में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और 1.02 करोड़ रुपये की आपराधिक आय बरामद की।
स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (संशोधन) अधिनियम, 1985 के प्रावधानों के तहत लगभग 72 करोड़ रुपये मूल्य का कुल 72.024 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड जब्त किया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि यह गिरोह सोशल मीडिया के माध्यम से कॉलेज छोड़ चुके, अंशकालिक नौकरीपेशा या बेरोजगार युवाओं तक पहुँचता था।
अधिकारी ने एक बयान में कहा कि नई दिल्ली में पकड़े गए सहयोगी मास्टरमाइंड और अपराध में शामिल एक यात्री सहित पाँच यात्रियों को गिरफ्तार किया गया है।
20 अगस्त की देर शाम, डीआरआई के अधिकारियों ने बेंगलुरु के क्रांतिवीर सांगोली रायन्ना रेलवे स्टेशन और भोपाल जंक्शन पर एक साथ कई मादक पदार्थों की धरपकड़ की।
दिल्ली जाने वाली राजधानी ट्रेन (22691) में सवार हुए दो यात्रियों के सामान की गहन तलाशी में बेंगलुरु में 29.88 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड बरामद हुआ।
डीआरआई ने बताया कि एक समन्वित कार्रवाई में, 19 अगस्त को बेंगलुरु से राजधानी ट्रेन में सवार हुए दो यात्रियों से भोपाल जंक्शन पर 24.186 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया गया।
इस बीच, इस गिरोह के सहयोगी मास्टरमाइंड का नई दिल्ली में पता चला और उसके कब्जे से 1.02 करोड़ रुपये की मादक पदार्थों की तस्करी की आय बरामद की गई।
डीआरआई ने बताया कि इसके तुरंत बाद, गुरुवार को थाईलैंड से बेंगलुरु पहुँचे एक यात्री को शुक्रवार तड़के बेंगलुरु के एक होटल में रोका गया, जहाँ से 17.958 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया गया।
इससे पहले 16 अगस्त को, डीआरआई ने भोपाल के जगदीशपुर (इस्लामनगर) में एक गुप्त दवा निर्माण कारखाने का भंडाफोड़ किया था, जहाँ से 61.20 किलोग्राम मेफेड्रोन और 541.53 किलोग्राम कच्चे रसायन जब्त किए गए थे, जिनकी अवैध बाजार में कीमत 92 करोड़ रुपये आंकी गई थी।
"क्रिस्टल ब्रेक" नामक इस अभियान में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट से जुड़े सात प्रमुख गुर्गों को गिरफ्तार किया गया।