नई दिल्ली, 5 सितंबर
नीति आयोग के एक कार्यक्रम में विशेषज्ञों के अनुसार, भारत ने सिद्ध स्वदेशी प्रौद्योगिकी परीक्षणों के माध्यम से उच्च राख सामग्री वाले कोयले को गैसीकृत करने की क्षमता प्रदर्शित की है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत ने भारत में कोयला गैसीकरण के त्वरित कार्यान्वयन के लिए कोयला मंत्रालय द्वारा की गई पहलों की सराहना की।
उन्होंने कोयला गैसीकरण के साथ भारत के शुरुआती जुड़ाव पर प्रकाश डाला, जो 2018 से पहले तालचेर उर्वरक संयंत्र में किए गए प्रयासों से जुड़ा है, जब इसकी व्यवहार्यता पर अभी भी सक्रिय बहस चल रही थी।
सारस्वत ने कहा कि प्रारंभिक उद्योग प्रतिक्रिया में उच्च राख सामग्री के कारण भारतीय कोयले को गैसीकृत करने की व्यवहार्यता पर लगातार सवाल उठाए गए थे।