नई दिल्ली, 2 अक्टूबर
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26 और वित्त वर्ष 27) के दौरान भारत में मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुमानों से काफी कम रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में तर्क दिया गया है कि केंद्रीय बैंक के दृष्टिकोण को केवल "मौद्रिक नीति" के रूप में नहीं, बल्कि एक व्यापक "नियामक नीति" के रूप में भी देखा जाना चाहिए जो भारत की विशिष्ट आर्थिक स्थितियों को दर्शाती है।
एसबीआई ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कई घरेलू कारक मूल्य दबाव को कम कर रहे हैं, जैसे मानसून की अच्छी प्रगति, खरीफ की अधिक बुवाई, जलाशयों का मजबूत स्तर, पर्याप्त खाद्यान्न भंडार और हाल ही में जीएसटी दरों का युक्तिकरण।