नई दिल्ली, 2 अक्टूबर
जीएसटी सुधार उत्तर प्रदेश की विविध अर्थव्यवस्था को लक्षित राहत प्रदान करते हैं, जिसमें जीआई-पंजीकृत कालीन, पीतल के बर्तन, ज़रदोज़ी, जूते, चीनी मिट्टी के बर्तन, खेल के सामान और सीमेंट शामिल हैं।
गुरुवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, कम कर दरों से परिवारों की सामर्थ्य में सुधार, कारीगरों पर कार्यशील पूंजी का दबाव कम होने और घरेलू तथा वैश्विक दोनों बाजारों में एमएसएमई की प्रतिस्पर्धात्मकता मजबूत होने की उम्मीद है।
भदोही के कालीन, मुरादाबाद के पीतल के बर्तन और सहारनपुर के लकड़ी के शिल्प 6-7 प्रतिशत सस्ते होने की उम्मीद है, जिससे निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और लाखों कारीगरों के रोजगार बने रहेंगे। भदोही-मिर्जापुर-जौनपुर क्षेत्र भारत के सबसे बड़े हाथ से बुने और बुने हुए कालीन समूहों में से एक है।
जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने के बाद, हस्तनिर्मित कालीन सस्ते हो जाएँगे। इससे घरेलू बाजारों में सामर्थ्य में सुधार होने, निर्यात प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने, तथा क्लस्टर पर हावी पारिवारिक करघों और एसएमई के लिए कार्यशील पूंजी के दबाव को कम करने की संभावना है।