नई दिल्ली, 14 अक्टूबर
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मंगलवार को बिहार में आगामी आम चुनावों के दूसरे चरण के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) इकाइयों की पहली रैंडमाइजेशन प्रक्रिया पूरी होने की घोषणा की।
यह प्रक्रिया इस चरण में मतदान के लिए निर्धारित 20 जिलों में सभी मशीनों की प्रथम स्तरीय जाँच (एफएलसी) के बाद 13 अक्टूबर, 2025 को की गई।
चुनाव आयोग के अनुसार, "पहला रैंडमाइजेशन राष्ट्रीय और राज्य स्तर के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा ईवीएम प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस) के माध्यम से किया गया।"
यादृच्छिकीकरण के बाद, कुल 53,806 बैलेट यूनिट, 53,806 कंट्रोल यूनिट और 57,746 वीवीपैट 122 विधानसभा क्षेत्रों को आवंटित किए गए, जिनमें कुल मिलाकर 45,388 मतदान केंद्र शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने अपने प्रेस नोट में कहा, "सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तर के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ संबंधित जिला मुख्यालयों पर यादृच्छिकीकृत ईवीएम और वीवीपैट की निर्वाचन क्षेत्रवार सूचियाँ साझा की गईं।"