नई दिल्ली, 27 अक्टूबर
क्रिसिल की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू वाणिज्यिक बेड़े संचालकों को इस वित्त वर्ष में 8-10 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि का अनुमान है, जो वित्त वर्ष 2025 तक चार वर्षों में 12-13 प्रतिशत की मजबूत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) पर आधारित है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्यात संबंधी मांग में मामूली वृद्धि के बावजूद, मजबूत घरेलू और आयात संबंधी बेड़े की आवश्यकता विकास को गति देगी।
क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक हिमांक शर्मा ने कहा, "सरकार द्वारा बुनियादी ढाँचे पर दिए जा रहे प्रोत्साहन से बेड़े संचालकों के लिए तेज़ी से काम पूरा होगा और उनकी दक्षता में सुधार होगा, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।"
इसलिए, उपभोग और माल-भाड़ा-केंद्रित क्षेत्रों से बढ़ती मांग और बेहतर सड़कें निर्यात मात्रा पर उच्च अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम कर देंगी।