नई दिल्ली, 24 अक्टूबर
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार, इस महीने के अंत में 30 से 31 अक्टूबर तक राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय चावल सम्मेलन (बीआईआरसी) 2025 का उद्देश्य दुनिया भर के नए चावल बाज़ारों में 1.80 लाख करोड़ रुपये के अवसर खोलना है।
इस आयोजन में 3,000 से ज़्यादा किसान और किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), 80 देशों के 1,000 से ज़्यादा विदेशी खरीदार, और 2,500 निर्यातक, मिल मालिक और संबद्ध उद्योगों के भाग लेने की संभावना है।
भारत ने 2024-25 में लगभग 15 करोड़ टन चावल का उत्पादन किया, जो वैश्विक उत्पादन का लगभग 28 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2024-25 में, भारत ने लगभग 12.95 बिलियन डॉलर मूल्य के 20.1 मिलियन मीट्रिक टन चावल का निर्यात किया, जो 172 से अधिक देशों तक पहुंचा।