नई दिल्ली, 29 अक्टूबर
भारत के पावर सेक्टर ने दो ऐतिहासिक मील के पत्थर हासिल किए हैं जो एक स्वच्छ, सुरक्षित और आत्मनिर्भर एनर्जी भविष्य की ओर देश की लगातार प्रगति को दिखाते हैं।
बयान में बताया गया है कि FY 2025-26 (अप्रैल-सितंबर 2025) के दौरान, भारत ने 28 GW नॉन-फॉसिल कैपेसिटी और 5.1 GW फॉसिल-फ्यूल कैपेसिटी जोड़ी - जिससे पता चलता है कि क्लीन एनर्जी का हिस्सा कितनी तेज़ी से बढ़ रहा है।
बयान में कहा गया है कि इसका मतलब है कि पहली बार, भारत की आधी से ज़्यादा बिजली एक ही दिन में ग्रीन सोर्स से आई, जो बदलाव का एक शानदार संकेत है।
बयान के अनुसार, भारत का रिन्यूएबल एनर्जी पर ज़ोर मैन्युफैक्चरिंग, इंस्टॉलेशन, मेंटेनेंस और इनोवेशन में रोज़गार के नए मौके पैदा कर रहा है - जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों तरह के युवाओं को फायदा हो रहा है।