नई दिल्ली, 20 नवंबर
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर 2030 तक प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट में $500 बिलियन तक पहुंच सकता है, क्योंकि नए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTAs), इन्वेस्टर-फ्रेंडली सुधारों और मैन्युफैक्चरिंग-लेड ग्रोथ की ओर बढ़ते बदलाव से देश की बढ़ती ग्लोबल मौजूदगी मजबूत हो रही है।
इंडस्ट्री एसोसिएशन के अनुसार, भारत ग्लोबल वैल्यू चेन में गहराई से जुड़ने के लिए खुद को तेजी से तैयार कर रहा है, क्योंकि कंपनियां इन्वेस्टमेंट बढ़ा रही हैं और अपने सप्लाई बेस में विविधता ला रही हैं।
भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में बढ़ोतरी खास तौर पर महत्वपूर्ण है। मोबाइल प्रोडक्शन की वैल्यू 2014-15 में $2 बिलियन से बढ़कर 2024-25 में $62 बिलियन हो गई है, जिससे भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरर बन गया है।