नई दिल्ली, 22 नवंबर
एक ऑफिशियल बयान में कहा गया है कि भारत में एक बड़ा इकोनॉमिक स्टैटिस्टिकल बदलाव होने वाला है, क्योंकि सरकार ने अपने GDP अनुमान फ्रेमवर्क को अपडेट करने की घोषणा की है, जिसमें 2022–23 को नया बेस ईयर अपनाया गया है।
LLP डेटा को शामिल करने और अनइनकॉरपोरेटेड एंटरप्राइजेज (ASUSE) के एनुअल सर्वे और लेबर फोर्स सर्वे के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल से सर्विसेज़ के कवरेज और कॉर्पोरेट सेक्टर के बाहर मुश्किल से मापी जाने वाली एक्टिविटी में सुधार होने की उम्मीद है।
MoSPI ने 10 दिसंबर, 2025 तक डिस्कशन पेपर पर एक्सपर्ट्स, एकेडेमिक्स, सरकारी संस्थाओं और दूसरे स्टेकहोल्डर्स से फीडबैक मांगा है।